इतिहास गढ़ने और समझने की जरूरत
इतिहास गढ़ने और समझने की जरूरत : •••••••••••••••••••••••••••••••••••• गतांक से आगे ....➡️➡️➡️➡️➡️➡️➡️ सुखकर वक्त अक्सर लोग भूल जाते हैं क्योंकि आगे कुछ और बड़े सुख की चाह होती है। जब यात्रा में अच्छी सीट मिली, चैन की नींद रही, सब योजनानुसार हुआ, वे यात्राएं आप भूल चुके। याद है, तो खड़े खड़े जाना, कोई एक्सीडेंट, तकलीफ, मानसिक तनाव भरी यात्रा.. ऐसे ही इतिहास भी, तनाव याद रखता है। हम अनुभवों से निर्णय लेते हैं।अनुभव निजी इतिहास ही है। तो काले अनुभवों के भय से कुंठित फैसला करें, या सुंदर अनुभवों से निर्भय निर्णय लें। आपका भविष्य वैसा बनेगा। और प्रजातन्त्र में नागरिक का निर्णय, औरो को, देश को, आगत पीढ़ियो को भी प्रभावित करता है। तो आदर्श तो यही है कि इतिहास से सीख लेकर, मौजूदा हालात में भविष्य के लिए फैसला लें। लेकिन सावधान- 1000 साल पहले के कटु किस्से, जिसके आप गवाह नही, जिसमे तमाम फिक्शन जुड़ चुके है। उसे वर्तमान दौर, समाज, मान्यताओं, कानूनों के कॉन्टेक्स्ट में फिट करके, उससे निर्णय कैसे ले सकते हैं ...?? कोई भी सत्ता आपको इतिहास के चयनित पात्रों, और चयनित क्षणों का कैदी ब...